MS Access मे form का प्रयोग इनपुट के लिए किया जाता है । फॉर्म की सहायता से हम बार -बार एक ही task को पूरा करने के लिए कई ऑब्जेक्ट्स का प्रयोग कर सकते है ।
उदाहरण-:माउस के एक क्लिक से form को filter कर सकते है ,multiple values को देख सकते है करंट रिकॉर्ड को प्रिंट कर सकते है ,तथा एक menu से item select कर सकते है ।
Form में अधिक संख्या मे डाटा को स्टोर करके रखा जा सकता है। डाटावेस टेबिल मे डाटा को इनपुट किया जा सकता है। इस कार्य को करने के लिये फार्म मे विभिन्न प्रकार के option होते है। जैसे new record add करना record delete करना, record को edit करना record में formatting करना एवं रिकार्ड को move करना आदि। जिससे आसानी से डाटा को इनपुट किया जा सकता है। इसमे फॉर्म की फार्मेटिंग की जाती है। जिससे फॉर्म सुन्दर दिखने लगता है। टेबिल फील्ड को आवश्यकता के अनुसार फार्म मे सेट किया जा सकता है। फॉर्म डिजाइन के लिये इसमे टूल बॉक्स होता है। जिसमे विभिन्न प्रकार के टूल होते है। जिनको फील्ड के अनुसार फॉर्म मे सेट किया जा सकता है। और डाटाबेस टेबिल से उनको connect कर देते
Types of Form
Ms access मे निम्न प्रकार के फार्म होते है।
1. Columnar Form- इस फार्म को प्रयोग data entry के लिये किया जाता है। इसमे टेबिल के फील्ड को कॉलम फॉर्मेट मे arrange किया जाता है। इसमे एक समय मे एक रिकार्ड दिखाई देता है। विजार्ड से इस अलग-अलग फॉर्मेट मे फॉर्म को आसानी से बना सकते है। Columnar Form में आसानी से रिकार्ड को next, previous, first, last और move किया जा सकता है। एवं नये रिकार्ड को जोडा जा सकता है।
2. Tabular Form- इस फॉर्म मे सभी रिकार्डस एक साथ दिखाई देते है। इसमे टेबिल की सबी फील्डस टेबिल के फॉर्मेट में होती है। इसमे एक रिकार्ड को दूसरे रिकार्ड से लाईन के द्वारा separate किया जाता है।
3. Datasheet- इसमे डाटावेस टेबिल डाटाशीट फॉर्मेट मे देखा जा सकता है। यह एक ऐक्सेल शीट की तरह होता है।
4. Justified-इसमे टेबिल के फील्डस को एक स्टैंडर्ड फार्म मे सेट किया जाता है। जिससे इसमे रिकार्ड को देखना आसान होता है। इसमे एक समय मे एक रिकार्ड दिखाई देता है।
5. Pivot table – Display the data using tabs.
6. Pivot Chart – Pivot Chart विभिन्न प्रकार के चार्ट को support करता है। इसके द्वारा टेबिल डाटा को ग्राफ के रूप मे प्रदर्शित किया जाता है। इसमे यूजर दो कॉलम के डाटा के बीच ग्राफ खीच सकता है।
Section of Form in MS Access
MS Access में फॉर्म को तीन section में बांटा गया है।
1. header
2. detail
3. footer
1.Header – Header form के सबसे ऊपर का हिस्सा होता है। इसमे फॉर्म की हेडिंग देते है। जो यह निर्देशित करता है,कि फॉर्म किस कार्य से संबंधित है। कुछ control button का भी प्रयोग इसमे किया जा सकता है।
2.Detail- यह फॉर्म का मेन एरिया होता है। इसमे टेबिल के फील्ड को सेट किया जाता है। इसमे फॉर्म controls मे टेबिल के डाटा को प्रदर्शित किया जाता है। Detail Section से ही टेबिल मे नये रिकार्ड को जोडा जाता है,डिलीट किया जाता है। साथ ही इसमे टेबिल फील्डस को विभिन्न स्टाईल से सेव कर सकते है।
3. Footer- इसमे फॉर्म की उस सूचना को प्रदर्शित किया जाता है। जिसको बदला नही जा सकता है। अर्थात इसमे टेबिल का सार होता है। इसमे कमांड बटन को रख सकते है। जिसकी सहायता से फॉर्म के डाटा को कंट्रोल किया जा सकता है। इसके अलावा इसमे फॉर्म के बारे मे जानकारी को भी सेट करते है।
Tool Box of Form
Tool Box- MS Access में निम्नलिखित tools होते है। जिन tools का प्रयोग करना है,उसको सिलेक्ट करते है। इसके बाद form मे जहाँ पर रखना होता है। वहाँ पर क्लिक करते है। तो वह टूल वहाँ पर सेट हो जाता है। इसके बाद उसकी प्रॉपर्टी को बदलते है। तो उसकी प्रॉपर्टी विंडो को F4 key या view menu से ला सकते है। इसके बाद उसकी प्रॉपर्टी को बदला जा सकता है।
1.Select Object- इस टूल का प्रयोग object को सिलेक्ट करने के लिये किया जाता है। इससे किसी भी object को फॉर्म एवं रिपोर्ट मे एक स्थान से दूसरे स्थान पर move किया जा सकता है। एवं object को सिलेक्ट करके उसकी properties में editing की जाती है।
2.Text box- इस Tool मे text को टाईप किया जा सकता है। अर्थात रन टाईम इसमे text को टाईप किया जा सकता है। इसकी सहायता से टेबिल के फील्ड मे डाटा को जोडा जाता है। जैसे Name, Father name आदि।
3.label- यह टूल दूसरे टूल के लिये label का कार्य करता है। इससे उस फील्ड की पहचान होती है,कि उस टूल का क्या प्रयोग है। इसमे रन टाईम text को टाईप नही किया जा सकता है। डिजाइन टाईम ही इसमे property को सेट किया जाता है।
4.Option Button- इस button को radio button भी कहा जाता है। इसका प्रयोग तब किया जाता है जब दो या दो से अधिक ऑप्शन मे से किसी एक को चुनना होता है। जैसे शादी हुई या नही, कौन से कोर्स मे प्रवेश लिया आदि।
5.Check Box- इसका प्रयोग तब किया जाता है। जब कई option को चुनना होता है। इसका उत्तर हाँ या ना मे होता है।
6.Command Button- इस टूल का प्रयोग form or report मे निर्देश देने के लिए किया जाता है। जैसे Add record, delete record, next record, previous, first and last, ok cancel आदि buttons का निर्माण इसी से होता है।
7.Line- इसकी सहायता से form या रिपोर्ट मे लाईन को खीचा जा सकता है। जिससे फार्म या रिपोर्ट को सुन्दर बनाया जा सकता है। या एक समान फील्ड को Separate किया जा सकता है।
8.Rectangle-इससे form या रिपोर्ट मे Rectangle बनाया जा सकता है। जिससे फॉर्म या रिपोर्ट सुन्दर दिखने लगती है।
9. Option group- इससे कई टूल का group बनाया जा सकता है। जिससे इनको एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से मूव किया जा सकता है। इससे form या report को सुन्दर बनाया जा सकता है। option group से एक समान फील्ड का ग्रुप बनाया जा सकता है। जिससे इसे फीड करने मे समस्या नही होती है। इसमे विजार्ड आता है।
इसके पहले डायलॉग बॉक्स जिसमे ऑप्शन के लेबिल टाईप करते है।
दूसरे डायलॉग बॉक्स मे किस ऑप्शन को डिफाल्ट करना है इसको चुनते है।
तीसरे डायलॉग बॉक्स मे उसकी value सेट करते है।
चौथे डायलॉग बॉक्स मे यह चुनते है। कि उसको टेबिल के किस फील्ड से जोडना है।
पांचवे डायलॉग बॉक्स मे उसकी स्टाईल को चुनते है। और यह भी सिलेक्ट करते है। कि ऑप्शन के तौर पर किसका प्रयोग करना है। option/check/ toggle button
10. Combo Box- इसमे लिस्ट आईटम को जोडा जाता है। यह कम जगह का प्रयोग करता है। इसका प्रयोग तब किया जाता है। जब लिस्ट में से किसी एक आईटम को चुनना है। जब इस टूल को फार्म या रिर्पोट पर प्रयोग करते है। तो विजार्ड स्टार्ट हो जाता है।
इसके पहले डायॅलाग बाक्स मे यह चुनते है। कि इसमे आईटम को कंहाँ से लाना है। इसमे second option को चुनते है। जिसमे स्वयं यूजर आईटम को टाईप कर सकता है। और next button पर क्लिक करते है।
दूसरे डायलॉग बॉक्स मे आईटम को टाईप करते है।
तीसरे डायलॉग बॉक्स मे यह सिलेक्ट करते है। कि उसको टेबिल के किस फील्ड से जोडना है। या नही जोडना है। यदि जोडना होता है तो दूसरे ऑप्शन को चुनते है। और यदि बाद मे जोडना है। तो पहले ऑप्शन को चुनते है। इसके बाद next button पर क्लिक करते है।
चौथे डायलॉग बॉक्स में combo box का लेबिल देते है। और finish button पर क्लिक करते है। जिससेcombo box का निमार्ण हो जाता है।
11. list Box- लिस्ट बाक्स मे आईटम लिस्ट रूप मे प्रदर्शित होते है। इसको भी combo box की तरह सेट किया जाता है।
12. Bound Object Frame- इसमे उस फील्ड को जोडते है। जिसमे object को जोडा जाता है। जैसे photo आदि। इसमे object को insert किया जाता है।
Create form by using wizard
Wizard की सहायता से form को बनाना- टेबिल तैयार करने के बाद उसमे रिकार्डस को इनपुट करने के लिये फॉर्म को डिजाइन किया जाता है। विजार्ड की सहायता से फॉर्म आसानी से एवं कम समय मे तैयार किया जा सकता है। इसके बाद इसमे modification भी किये जा सकते है।
फॉर्म बनाने के steps निम्न है –
Step 1:-सर्व प्रथम फार्म object चुनते है। इसके दांये तरफ दो ऑप्शन होते है। जिसमे से दूसरे ऑप्शन create form by using wizard को चुनते है। और उस पर डबल क्लिक करने पर निम्न डायलॉग बाक्स आता है।
Step 2:-इस डायलॉग बॉक्स में उस टेबिल को चुनते है जिससे फॉर्म create करना है। इसके बाद Available fields से आवश्यक फील्ड को सिलेक्ट करते है। और next button पर click करते है।

Step 3 :-इसमे फार्म का layout चुनते है,कि किस प्रकार का फार्म बनाना है। इसमे छः option होते है। जिसमे से किसी एक को चुनते है। और इसके बाद next button पर click करते है।
Step 4 :-इस स्टेप मे फॉर्म की style को चुनते है। और next button पर click पर क्लिक करते है।
Step 5:-इस स्टेप मे फॉर्म का नाम देते है। और इसमे यह select करते है। कि उसको open करना है। या modify करना है। किसी एक को चुनकर finish button पर click कर देते है। जिससे फॉर्म डिजाइन हो जाता है।
इसके बाद इस फॉर्म का प्रयोग करके रिकार्डस को इनपुट किया जा सकता है।
Form Run करना या open करना
F5 key को दबाकर फार्म को open कर सकते है।
राईट क्लिक करके भी उसको रन किया जा सकता है।
standard bar के open बटन पर क्लिक करके भी इसको open किया जा सकता है।
Introduction of Report
MS Access में report एक ऑब्जेक्ट है जिसे डेटा को संगठित तरीके से display और print करने के लिए उपयोग किया जाता है। डेटाबेस विंडो में आप सेव किये पूरे डेटाबेस की रिपोर्ट पा सकते हैं।
Report का प्रयोग आउटपुट के लिए किया जाता है रिपोर्ट काफी flexible होती है, इसमें same data को several types की रिपोर्ट के रूप में देख सकते है। हम same report को various Data sources के लिए प्रयोग कर सकते है जैसे same structure के साथ different tables या dynamic sources .
MS Access में डाटाबेस टेबिल की, रिपोर्ट बनाने की सुविधा है। रिपोर्ट में डाटाबेस का सारांश होता है। Report को तीन Section में बांटा जा सकता है। इसमे प्रत्येक Section का अपना कार्य और व्यहार होता है। ये तीन Section निम्न है।
1. Header
2. Detail
3. Footer
1.Header- Header रिपोर्ट के सबसे ऊपर का हिस्सा होता है। इसमें रिपोर्ट की हेडिंग देते है। जो यह निर्देशित करता है। कि रिपोर्ट किस चीज़ से संबंधित है। इसमें टेबिल के फ़ील्ड्स के लेबिल भी दे सकते है।
2. Detail- यह रिपोर्ट का मेन ऐरिया होता है इसमे टेबिल के फील्ड को सेट किया जाता है। इसमे रिपोर्ट टेबिल के फ़ील्ड्स को जोडा जाता है।
3.Footer- यह रिपोर्ट का सबसे निचला हिस्सा होता है। इसमें रिपोर्ट का सारांश होता है |
Types of Report
MS Access में निम्न प्रकार की रिपोर्ट होती है।
Columnar Report- columnar report सभी प्रकार के fill in the blank style forms जैसे application और invoices के लिये प्रयोग की जाती है। यह blanks को fill करने के पश्चात् result को प्रदर्शित करती है।
Tabular Report –इस रिपोर्ट में सभी रिकार्डस एक साथ दिखाई देते है। इसमें फ़ील्ड्स टेबिल फॉरमेट में होते है। इसमें एक रिकार्ड को दूसरे रिकार्ड से separate करने के लिए लाईन का प्रयोग किया जाता है।
Justified- इसमें टेबिल के फ़ील्ड्स को एक स्टैंडर्ड रिपोर्ट में सेट किया जाता है। जिससे इसमें रिकार्ड को देखना आसान होता है। इसमें एक समय में एक रिकार्ड दिखाई देता है।
Create Report by using wizard
Wizard की सहायता से Report बनाना
टेबिल तैयार करने के बाद रिकार्डस को आउटपुट के रूप में show करने के लिये रिपोर्ट को डिजाइन किया जाता है। रिपोर्ट को विजार्ड की सहायता से आसानी से एवं कम समय में तैयार किया जा सकता है । इसके बाद इसमें modification भी किये जा सकते है। इसके निम्न steps होते है।

Step 1:-सर्व प्रथम रिपोर्ट object को चुनते है। इसके दायें तरफ दो ऑप्शन होते है। जिसमें से दूसरे ऑप्शन Create Report by using Wizard को चुनते है। और उस पर डबल क्लिक करने पर निम्न डायलॉग बॉक्स आता है।
Step 2:-इस स्टेप में टेबिल को चुनते है, और Available Fields से आवश्यक फील्ड को सिलेक्ट करते है। इसके बाद Next button पर क्लिक करते है।
Step 3:-Next button पर click करने के बाद message box प्रदर्शित होता है “do you want add any grouping levels ” इसमें grouping को select करते है तथा next button पर click करते है।
Step 4:-sorting order को fields के according select करते है।
Step 5:-इस step मे report का layout select करते है, तथा orientation को चुनते है। इसके बाद next button पर क्लिक करते है।
Step 6:इस step मे report की style select करते है।
Step 7:-.इस स्टेप मे रिपोर्ट का Title लिखते इसके बाद रिपोर्ट open करना है या Modify करना है। किसी एक ऑप्शन को चुन कर finish button पर क्लिक कर देते है। जिससे रिपोर्ट create हो जाती है।